जन उदय : हिंदी साहित्य को काल के हिसाब से विभाजित किया गया है , इसमें एक काल
था वीरगाथा काल इस काल में नवाब छोटे मोटे
राजा अपने दरबार में कवि और लेखक रखते थे
, इन कविओ और लेखको का काम था नवाब साहेब की शान में कसीदे पढने . यानी उनकी शासन
के बारे में अच्छी अच्छी बाते लिखना , यह बताना की नवाब साहेब कितने बढे दानी और
उदार थे , ,
ये लेखक अपने डरपोक राजा या
नवाब की बहादुरी के गीत लिखते थे कविताएं
लिखते थे , ऐसे ही एक कविता आपने सबने पढ़ी होंगी , खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी
वाली रानी थी , जबकि सच्चाई यह है की झांसी की रानी लक्ष्मी बाई युद्ध का मैदान
छोड़ भाग गई थी और उसकी जगह युद्ध का मैदान
झलकारी बाई ने संभाला था ,
इसी तरह रन बीच चोकड़ी भर भर चेतक बन गया निराला
था राणा प्रताप के घोड़े को पड़ गया हवा का
पाला था , यानी चेतक के जरिये राणा प्रताप
की बहादुरी बता रहे है कवी , जबकि असलियत
में राणा प्रताप भी दुम दबा कर भाग गया था जंगलो में .
इतिहास गवाह है की जो भी
विदेशी हमलावर और राजा आया उसने आकर यहाँ के लोगो को न सिर्फ मारा बल्कि यही राज
किया वो भी ऐसे ही लोगो के दम से जो आज
भारत माता की जय और देशभक्त बने फिरते है .
अब दुबारा से उसी तरह का
वीरगाथा काल संघी भगवा सरकार ने शुरू कर दिया है देश के हर कॉलेज , यूनिवर्सिटी
में अपने भगवा आतंकी छोड़ दिए है जो प्रोफसर
, वी सी के भेष में है और ये लोग देश के
हर कॉलेज यूनिवर्सिटी के माहौल को दूषित और जहरीला कर रहे है .
गुजरात सरकार ने तो एक ऐसा
तुगलकी फरमान जारी ही नहीं किया है बल्कि आदेश ददिया है की राज्य में पी एच डी
सिर्फ गिने चुने टोपिक पर ही हो
जैसे Prime
Minister Narendra Modi's pet project 'Swachh Bharat Abhiyan', and Gujarat's
model schemes like Kanya Kelavani, Gunotsav and MA Yojana. Among the topics
imposed on the students are: 'Comparative study of Sardar Patel Awas Yojna and
Indira Awas Yojana'; 'Education of minorities — A critical study'; 'Gujarat:
Good governance for growth, scientific management and development — A critical
study of existing pattern and future course —A policy suggestions (sic)';
'Mutual cooperation among states' action plans and comparative analysis of
strategies for development — A Gujarat Model'; and 'Comprehensive analysis of
growth of water in seven reservoirs of Saurashtra through SAUNI Yojana'.
अब इन बातो से साफ़ पता चलता
है की ये सरकार और इसके लोग किस तरह की प्रवर्ती के है जो देश में हर चीज विशेषकर
शिक्षा को बर्बाद करना चाहते है , अब इनसे कोई पूछे की क्या पी एच डी
उस विषय पर की जाएगी जिसमे छात्र की रूचि होगी या जो ये चाहेंगे