जन उदय : दुनिया में ऐसे शायद ही कोई और आतंकी
संघठन हो जो अपने जुल्मो के विडियो जारी
करता हो , हां ये बात सही है की ऐसे
आतंकवादी संघठन अपने संदेश दुनिया को देने के लिए विडियो मेसेज का इस्तेमाल करते
है ताकि पूरी दुनिया में इन विडियो मेसेज
को इन्टरनेट के जरिये फैलाया जा सके और लोगो में दहशत पैदा की जा सके
आप सभी लोग ऐसे विडियो
देखते होंगे जो आईसीस जारी करता है जिसमे
वो कत्ल करते है , लोगो को आग में जलाते है , पानी में डुबो कर मारते है , लेकिन
आपने इन विडियो की प्रामणिकता जांचने की कौशिस
की है ?? क्या आपने ये जानने की कौशिस की है की इस विडियो बनाने वाले क्या सच में
आतंकवादी है या इसमें किसी स्पेशल इफ़ेक्ट
का सहारा लेकर बनाए गए है और सबको बेवकूफ
बनाया जा
रहा है
आइये जानते है इन विडियो के
बारे में तकनिकी रूप से
सबसे पहले इन विडियो की ख़ास
बात है की इनको कम से कम कम तीन कैमरा
एंगल से शूट किया जाता है
यानी एक कैमरा बीच में एक
सीधे हाथ पर और एक उलटे हाथ
पर , इसके अलावा एक कैमरा
क्रेन में भी रखा जाता है जिसे आप
इस तरह पहचान सकते है की यह कैमरा उपर से नीचे
की और आता है और फिर नीचे से उपर की और जाता है
इसके अलावा पुरे
शूट को एक लॉन्ग शॉट
में भी रखा जाता है ताकि पूरा ड्रामा
बनाया जा सके , इसका मतलब यह है की
इस शूट की पूरी प्लानिंग की जाती है
और इसकी एडिटिंग भी उसी प्रोफेसनल तरीके से की जाती है ,
अब सवाल यह आता है की क्या
ये विडियो सच में ऐसे ही होते है , तो
जवाब सुन कर आप हैरान हो जाएंगे की ये विडियो एकदम झूठे है इनको स्पेशल इफ़ेक्ट से बनाया जाता है जिसे होलीवूड में दो भारतीय
की कम्पनी बनाती है जो वायरल
विडियो बनाने में माहिर है जानी
ऐसे विडियो जिन्हें देख कर लोग विचलित हो
जाए और जयादा से जयादा शेयर हो सोशल नेटवर्किंग
साइट्स है
ऐसा भी कहा जाता है यही संस्था
अमरीका में आर एस एस के विडियो भी
तैयार करती है जो संघ इसी तरह के झूट के लिए
बनाए जाते है. विडियो बनाने वाले
लोगो में दो नाम मुख्य है एक है लम्बोदर
पिल्लई , और अक्षत भारद्वाज , ये
दोनों संघ के और ऐसी ही संस्थाओं
के लिए काम करते है जिसमे दुसरे
देशो की वेबसाइट को हैक करना भी शामिल है . हलांकि इस बात की पुष्टि किसी
आधिकारिक रूप से नहीं है लेकिन आम
लोगो का यह मानाना है की ये विडियो अमरीका
में ही बनते है