जन उदय : जे एन यू काण्ड ,
यानी बी जे पी के छात्र विंग के साथ मिलकर
जो षड्यंत्र मीडिया के कुछ न्यूज़ चैनल ने
चलाया था .
यह बात संसद रहे की देश की
सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जहा पर वाम विचारधारा का वर्चस्व है उसको बर्बाद करने
के लिए संघ , भाजपा ने अपने छात्र विंग के साथ एक षड्यंत्र चलाया
था जिसमे एक डॉक्टरेड विडियो सभी संघी चैनल पर चलाया गया जिसमे दिखाया गया
की जे एन यु के वामपंथी छात्र देशद्रोही
नारे लगा रहे है , जो विडियो बाद में जब जांच हुई फर्जी साबित हुआ
यह घटना देश के सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इस घटना ने देश को पूरी दुनिया में बदनाम
किया
इसी घटना के सन्दर्भ और उसी
से जुडी घटनाओं के लिए
9 फरवरी को जेएनयू
में हुई घटना को लेकर एक जांच पैनल ने उमर खालिद और कन्हैया कुमार को अलग अलग सजा
दी है. उमर खालिद को एक सेमिस्टर के लिए सस्पेंड कर दिया गया है साथ ही 20 हजार रुपए जुर्माना भरने को कहा है. जबकि
जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को दस हजार रुपए जुर्माना
भरने को कहा गया है.
दोनों ही छात्र
नेता यूनिवर्सिटी नियमों के तहत अनुशासनहीनता के दोषी पाए गए हैं. बता दें कि इस
मामले में मुजीब गट्टू को भी एक सेमेस्टर के लिए निलंबित किया गया है. अनिर्बान
भट्टाचार्य को 15 जुलाई तक
निलंबित किया गया है. साथ ही अनिर्बान 23 जुलाई से अगले पांच साल तक जेएनयू से कोई भी कोर्स नहीं कर सकेंगे.
इसमें कमाल की बात यह है
की जो दोषी छात्र थे यानी ए बी वी पी के
छात्र , बी जे पी के नेता और न्यूज़ चैनल उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई
है , जबकि कॉलेज प्रशासन को चाहिए था की वो इन संघी छात्र समेत सभी न्यूज़ चैनल पर
भी कार्यवाही करे लेकिन ऐसा न हो कर उलटा
पीड़ित छात्रो को ही और प्रताड़ित किया जा रहा है
इसमें बताया जा रहा है
जांच कमिटी का अध्यक्ष भटनागर संघ समर्थक और आरक्षण विरोधी है जो इसी तरह की अन्य देशविरोधी घटनायो में
शामिल रहता है