जन उदय : महारष्ट्र में
सूखे की मार वैसे तो बिना जाति देखे सबको मार रही है लेकिन आर एस एस और अन्य पार्टियो के लोग भी पानी और राहत सबसे
पहले सिर्फ सवर्ण बाहुल्य वाले इलाको में ही पहुचाना चाहते है , जातिवाद का ऐसा
मंजर जो इंसानियत को शर्मसार करता हो वो सिर्फ भारत में देखने को मिलता है कि एक
मरते इंसान के मूह में पानी उसकी जाति पूछ कर डाला जाता है
यह कोई देश में पहली या
आखिरी घटना नहीं है बल्कि इससे पहले भी जब देश में सुनामी आई थी तब तमिलनाडु में ये
सब देखने को मिला था और इसकी पूरी चर्चा
या खबर अखबारों में आई थी लेकिन ये बात जातिवाद से सम्बन्धित उत्पीडन की थी इस लिए
इस बात को दबा दिया गया .
आमिर खान पिछले दिनों अपने
दिए गए असह्शुनता पर दिए गए ब्यान की वजह से संघियो का अपमान और क्रोध का शिकार
हुआ था जिस पर आमिर ने अपनी सफाई और माफ़ी भी मांगी थी सो इस बार सोचा की सुखा
ग्रस्त क्षेत्र में लोगो को पानी कैसे बचाए एक भाषण दिया जाए सो इस सिलसिले में
आमिर खान महाराष्ट्र के कुछ हिस्से में घूम रहे है , इसी के साथ साथ आमिर खान ने
सुखा प्रभावित दो ग़ाव को भी गोद लिया है ,
इसकी दो मुख्य बाते है कि सबसे पहला तो यह की ये दोनों गाव सवर्ण बाहुल्य
है जो आर एस एस के सदस्यों ने ही सुझाए है
दूसरी बात यह की जब राज्य में पानी ही नही है तो आमिर खान क्या इन ग़ाव को
पानी अपनी कार से या हवाई जहाज से पानी ढो
ढो कर देगा ??
खैर हमारे सूत्रों को तो ये सिर्फ एक स्टंट ही लगता
है