जन उदय ; ये देश ब्राह्मणों
का है इस देश पर सत्ता पर काबिज ब्राह्मण बनिए ठाकुर रहने चाहिए ऐसी मानसिकता
संघियो यानी ब्राह्मणों की है
और ये लोग इस कार्य ले लिए भारत के मूलनिवासियो की हत्या , कत्ल , बेरोजगारी बढ़ाना , अशिक्षा बढ़ाना
कुछ भी करने को तैयार है .
आरक्षण होने के बावजूद देश के मूलनिवासियो के विकास का पैसा खा गए
उनका हक उनतक पहुचने नहीं दिया गया
उनकी हत्या क़त्ल आदि कर बेरोजगार रखने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाता है . देश की अर्थ्वाव्स्था पूरी की पूरी ब्राह्मण बनिए और सवर्णों के हाथ में है , इन्ही के सारे धंधे
है
लेकिन अब एक ऐसा बिल आने वाला है
जब देश के हर आदमी का पैसा ब्राह्मण बनिए और सवर्णों की जेब में पहुच
जाएगा और कोई इस बात के खिलाफ किसी भी अदालत में फ़रियाद भी नहीं कर सकता
जी हाँ जल्द ही मोदी सरकार
अपने पूंजीपति आकाओं को खुश करने के लिए
एक ऐसा कानून संसद में आने जा रही है
इसमें यह होगा की अगर आपने किसी भी सरकारी
बैंक में पैसा जमा करा दिया तो बैंक आपका पैसा
वापिस देने से इकार कर सकता है
उसके बदले में आपको चार कागज के टुकड़े दे
सकता है और कह सकता है की पैसा
दस साल बाद लेना
अब विस्तार से समझिये
बैंक पने दिवालिया होने की स्थति में यह कदम उठायगा . तो सबसे बड़ी बात
वह पुजीपतियो से पैसा वापिस क्यों नहीं लेता या लेगा , यानि देश का पैसा ब्राह्मण बनिए उद्योगपति के पास जाएगा
, फिर वापिस नहीं देगा , फिर बैंक अपने आपको दिवालिया घोषित करेगा और आपका यानी गरीब आदमी का पैसा बैंक हडप लेगा अब
वो पैसा आप चाहे मरे , बीमार हो बेटी की
शादी हो कभी नहीं मिलेगा , यानी बैंक पूंजीपति से पैसा
न लेकर आपका पैसा हड्पेगा वो भी कानून के
जरिये
उधाह्र्ण के लिय स्टेट बैंक
ऑफ़ इंडिया का एकलाख अस्सी हजार करोड़
रुपया एन पी ए है यानी वो पैसा अब
नहीं मिलेगा , इस पैसे को वापिस लाने के लिए बैंक कोई कार्यवाही भी नहीं करता
,क्यों ?? विजय माल्या जैसे विदेशो
में मस्ती कर रहे है उनकी कम्पनी यहाँ चल रही है फिर भी सरकार कुछ नहीं करती
इसके बाद ऐसा हो की आप इजी बैंको के तरफ भागे अपने पैसे को सुरक्षित
करने के लिए लेकिन एक दिन वो भी अपना इसी
तरह इस कानून का लाभ लेंगे और इस
कानून के बहाने आपका सारा
पैसा लेकर ये लोग यानी ब्राह्मण बनिए देश छोड़
भाग खड़े होंगे .
कुछ लोग सोचते है की ऐसा क्यों होगा ये लोग देश छोड़ क्यों भागेंगे ?? ये लोग इसलिए भागेंगे क्योकि
देश में सामाजिक परिवर्तन उर गृह युद्ध की बयार चल पढ़ी है और एक न एक दिन इन लोगो को मरना ही है तो ये लोग महसूस कर चुके है इसलिए ये लोग देश
को कंगला कर भाग जाना चाहते है