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Friday 22 April 2016

जानिये क्यों : 93.85 % लडकिया शादी तय होते ही फेसबुक अकाउंट बंद और फोन नम्बर बदल लेती है : सर्वे

जन उदय : भारतीय समाज चाहे जितना मर्जी आगे बढ़ गया हो लेकिन यहाँ के पोराणिक  और घटिया संस्कार जो हमें धर्म ग्रंथो और ब्राह्मणवादी समाज से मिलते है वो कभी नहीं बदलते हम आज भी एक घटिया  मानसिकता के साथ जीते है और अपने आपको सार्वजनिक रूप से अपने आपको बढ़ा ही प्रगतिशील और मॉडर्न दिखाने की कोशिस करते है लेकिन अंदर से  जानवर ही होते है

हमारी मानसिकता और मूल्य हमेशा दोहरे मापदंड पर आधारित होते है मर्दों के लिए कुछ और
इसलिए शादी से पहले और शादी के बाद हमारे यहाँ लड़के लडकियो की सौच बहुत अलग होती है , जो लड़की लड़के को शादी से पहले जींस, टॉप , स्कर्ट में अच्छी लगती है

 और खुल कर दोस्तों से बात करने अच्छी  लगती है  वही  लड़की शादी के बाद अगर शादी से पहले के लडके दोस्तों से बात करे तो लड़के के मन में शक आ जाता है  यह बात उसको बिलकुल गवारा नहीं होती की उसकी बीवी किसी गैर मर्द से फोन पर बात करे  या मिले

भारतीय लडकिया भी इस मामले में अब काफी उस्ताद हो गई है वो विरोध का रास्ता न अपना कर ट्रिक का या समझोते का रास्ता अपनाती है यानी शादी से पहले फेसबुक , व्हाट्सअप  आदि पर खूब जोक शोक करती है लेकिन जैसे ही उनकी शादी तय होती है और लड़का लड़की को एक दुसरे का नम्बर मिलता है वैसे ही लड़की अपना फेसबुक अकाउंट बंद कर देती है और नम्बर बदल देती है कारण ?? लड़की अपनी शादीशुदा जिन्दगी में कोई खलल नहीं चाहती और नहीं चाहती की शादी से पहले का कोई लड़का फ्रेंड उसके निजी जीवन  के किसी भी दुःख का कारण बने


देश के छ महानगरो में २५-३५ उम्र की शादी शुदा ३००० महिलाओं पर यह सर्वे किया गया और सबने यही माना की फेसबुक और पुराना  नम्बर किसी दुःख का कारण  बन सकता है इसलिए उन्होंने   फेसबुक बंद किया  और नम्बर  बदल लिया सिर्फ ६.१५ % लडकियो ने कहा  की न तो उन्होंने अपना नम्बर बदला और न ही फेसबुक बंद किया   जो है सब सामने है  किसी को अच्छा लगे या न लगे 

धर्म के नाम पर अय्याशी और वेश्यावृति करने के लिए पानी है लेकिन गरीबो की जान बचाने के लिए नहीं ,सिंघ्स्थ कुम्भ , देश से गद्दारी और देशद्रोह है


जन उदय : धर्म के नाम पर इस देश में दंगे होते है , लोगो की जिन्दगी छिनी जाती है ,उनके मूह से निवाला  छिना  जाता है , उनसे शिक्षा छिनी जाती है  यह कोई नई बात नहीं और वाही वो रहा है मध्य प्रदेश  में , कुम्भ के नाम पर नदी का लाखो लीटर पानी उन नंग धडंग साधू के नाम पर दिया गया है अ  जो अपने जिन्दगी में तो समाज और  परिवार के भगोड़े है ही साथ ही देश के दुश्मन बने हुए है

यह बात देखनी की है की मध्य प्रदेश से सटे राज्य महाराष्ट्र में इस कद्र सुखा पड़ा  है की वहा पानी के लिए लड़ाइया हो रही है  और देश के नेता अपनी अपनी जाती के लिए पानी की वाव्य्स्था करवा रहे है

उसकी ख़ास बात यह भी है की सरकारी पानी केवल उन जगह पर भिजवाया जा रहा है जहा पर सवर्ण बाहुल्य  में है अहा दलित है वहा नहीं

यह बात भी ध्यान रखने की है खुद मध्य प्रदेश भी सूखे से प्रभवित है और पिछले कई सालो से लेकिन मानसिक रूप से विकृत  मुख्यमंत्री पिछले साल भी पानी के लिए यग्य करवा रहा था , शिवराज सिंह चोहान  जैसे लोग जिनका मानसिक इलाज किसी पागलखाने में चलना चाहिए  जो पानी की वाव्य्स्था न करके यग्य और कुम्भ जैसी चीजो पर लाखो करोडो रूपये खर्च कर रहे है 


जितना पैसा और पानी कुम्भ पर खर्च हो रहा है उससे  महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में पानी की कमी को दूर किया जा सकता है लेकिन धर्म के नाम पर गुमराह करने वाले , धर्म के नाम पर शाजिस करने वाले दंगा करने वाले इन संघी लोगो को कुछ दिखाई नहीं देता 

जानिये क्या है देश की सबसे बड़ी समस्या “”ब्राम्हणवादी आतंकवाद”” राज आदिवाल

देश में जितने भी जगह बम ब्लास्ट हुए वे सारे के सारे आरएसएस या आरएसएस से जुड़े लोगो ने यानि ब्राम्हणो ने ही करवाए। असित चटर्जी उर्फ़ असिमानद ने कन्फेशन में कहा की देश भर में जितने बं ब्लास्ट हुए वे सारे के सारे आरएसएस ने ही करवाए !! मगर सत्ता में बैठी कांग्रेस ने उन सारे आतंकवादियों को बचाया क्यों की मोहन भागवत  को वह बचा रहे थे !कांग्रेस ने ही तो आरएसएस को १९२५ में पैदा किया था ना  !कांग्रेस बीजेपी आरएसएस कम्युनिस्ट ब्राम्हणो डीएनए एक ही है !!

सन २००८ को जब मालेगाव बम  ब्लास्ट की जाँच करकरे ने शुरू की तब उन्हें लेफ्टनत कर्नल प्रसाद पुरोहित और दयानन्द पांडे  के पास से ३ लैपटॉप जप्त किये गए।  उसमे मिली जानकारी यह ब्राम्हणी राज  ब्लू प्रिंट था।


उसमे आरएसएस के द्वारा ही चलाये जा रहे अभिनव भारत के असंख्य गुप्त मीटिंग्स के वीडियो , ओडिवो रिकॉर्डिंग थे।  उसके अनुसार उन ब्राम्हणी आतंकवादियों  मीटिंगे delhi ,जम्मू,कलकत्ता ,फरीदाबाद,भोपाल,इंदौर ,जबलपुर,नासिक ,पुणे ,देवळाली इन  पर गुप्त मीटिंगे  हुयी !उन ३ लैपटॉप में ४८ पार्ट है जिसमे २४ विडीवो और २४ ओडिवो  है। उसमे से केवल ४ या ५ भागो का ही सामने जिक्र आता  है बाकी ढेर सारी  बाते सामने अभी तक आयी  नहीं है। वह सब जानकारी सामने नहीं आयी  है अगर वह आती है तो ३ प्रतिशत ब्राम्हणो को जेल में डाला  जायेगा या फिर उन्हें जनता ही चौक चौराह पर लाकर  मार डालेंगी यह चिंता ब्राम्हणो को है।

भारत में छाहे कांग्रेस आये  या बीजेपी, कम्युनिस्ट  ब्राम्हणो के होने के कारण  ब्राम्हणी आतंकवाद को बढ़ावा देते है क्यों की इसी से ३ प्रतिशत ब्राम्हणो का भारत पर और लोकतंत्र पर नाजायज कब्जा हो जाता है। जो भी जाँच एजंसियां है उनमे भी ब्राम्हण  उन्ही  नियंत्रण है !  नाजायज तरीके से कब्ज़ा किया है। आयबी  और एटीएस ,NIA पर भी विदेशी ब्राम्हणो ने कब्ज़ा  किया है।  २६ - ११ का जो हमला हुआ था उसमे आरएसएस का भी हाथ था और इसी में जो मालेगाव बम  ब्लास्ट की तहकीकात कर  रहे अधिकारियो की हत्याए  भी कर दी गयी और इस काम के लिए कांग्रेस ने आरएसएस को मदत किया !! कांग्रेस के ब्राम्हण कितने महान  होगे इसकी आप कल्पना करो !!

कई जगह पर बम ब्लास्ट हुए उसमे से १७ जगह के बम  ब्लास्ट के मामले के चार्ज शीट कोर्ट में दायर हुए है वे सारे के सारे आरएसएस पर हुए है।  न्यायपालिका में बैठे ब्राम्हण क्या आतंकवादियों का समर्थन कर रहे है ?जानकारी सामने आयी  है पुरोहित को बचाया जा रहा है !! क्लीन चिट  दी जा रही है !! शेम शेम !!

क्या हम भारत में रहते है ? क्या भारत में लोकतंत्र है ?
उन १७ जगह की कोर्ट में दायर  चार्ज शीट  अनुसार आरएसएस आतंकवादी ब्राम्हणो  संघठन है  जानकारी :
आरएसएस , अभिनव भारत और वन्दे  मातरम के ब्राम्हणो ने किये बम  ब्लास्टः
१ अजमेर शरीफ ,राजस्थान २००६
२ मक्का मस्जित ,आंध्र प्रदेश ,हैदराबाद २००६
३ समझौता एक्सप्रेस २००६
४ मालेगाव , महाराष्ट्र २००६
५ मालेगाव महाराष्ट्र २००८
६ मोडासा ,गुजरात २००८
आरएसएस और बजरंग दलों के द्वारा किये गए बम  ब्लास्ट :
७ नांदेड़ ,महाराष्ट्र २००६
८  परभणी ,महाराष्ट्र २००३
९  जालाना , महाराष्ट्र २००४
१० पूर्णा  , महाराष्ट्र २००४
११ कानपुर , उप , २००८

आरएसएस  के द्वारा किये गए बम  ब्लास्ट
१२ कन्नूर , केरल , २००८
१३ तेन काशी , तमिलनाडु २००८
१४ पनवेल , महाराष्ट्र, २००८
सनातन संस्था  के द्वारा किये गए बम  ब्लास्ट :
१५ ठाणे महाराष्ट्र , २००८
१६ वाशी , नवी मंबई , महाराष्ट्र
१७ मडगाव , गोवा , २०१०
अब इन बम  ब्लास्ट में शामिल ब्राम्हणो की लिस्ट :
१ सुनील जोशी  - मऊ  , मध्य प्रदेश का आरएसएस का प्रचार प्रमुख  १९९०  से २००३
२ संदीप डांगे - आरएसएस का प्रचार प्रमुख :शाजापुर , मध्य प्रदेश , २००५ से २००८
३ देवेन्द्र गुप्ता जामताड़ा झारखण्ड का आरएसएस का जिला प्रचार प्रमुख
४ लोकेश शर्मा -आरएसएस का नगर कार्यवाहक देवगढ़।
५ चंद्रकांत लावे - आरएसएस का जिला  प्रचार प्रमुख :शाजापुर , मध्य प्रदेश , २००८ से २०१०
६  स्वामी असिमांंनन्द - आरएसएस का सबसे पुराना और सर्वोच्च नेता। 
७ राजेंद्र उर्फ़ समुन्दर - आरएसएस वर्ग विस्तारक।
८ मुकेश वासनी -गोधरा का आरएसएस का कार्यकर्त्ता
९ रामजी कालसांगरा - आरएसएस का कार्यकर्त्ता
१० कमल चौहांन - आरएसएस का कार्यकर्ता
११ साध्वी prdnya  सिँघ  ठाकुर , आरएसएस की कार्यकर्ता जो वन्दे  मातरम और अभिनव भारत से जुडी है !
१२ राजेंद्र चौधरी उर्फ़ रामबालक दास -आरएसएस का कार्यकर्ता
१३ धन सिंह उर्फ़ लक्ष्मण - आरएसएस का कार्यकर्ता
१४ राम मनोहर कुमार सिंह
१५  तेज राम उर्फ़ रामजी उर्फ़ रामचन्द्र कालसांगरा - आरएसएस का कार्यकर्त्ता
१६  संदीप उपाध्याय उर्फ़ संदीप डांगे  - आरएसएस
१७ सुनील जोशी - आरएसएस
१८ राहुल पाण्डे  - आरएसएस
१९ डॉ उमेश देशपांडे - आरएसएस
२० संजय चौधरी
२१ हिमांशु पानसे -
२२ रामदास मुलंगे
२३ नरेश राजकोंडावर
२४ योगेश विदुलकर
२५ मारुती वाघ
२६ गुरुराज तुप्तेवर
२७ मिलिंद एकबोटे
२८ मलेगोंडा पाटिल ( जो गोवा में बम  ब्लास्ट के साथ ही मारा  गया , यह पिछड़े वर्ग का है और उसका इस्तेमाल आरएसएस ने किया )
२९ योगेश नाईक
३०  विजय तलेकर
३१ विनायक पाटिल
३२ प्रशांत जुवेकर
३३ सारंग कुलकर्णी
३४ धनजय  अष्टेकर
३५ दिलीप  मंगोंकर
३६ जयप्रकाश उर्फ़ अन्ना
३७ रूद्र पाटिल
३८ प्रशांत अष्टेकर
३९ रमेश गडकरी -सनातन संस्था
४० विक्रम भावे - सनातन संस्था
   पिछले साल आरएसएस ने मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में भी बम  ब्लास्ट किया था जिसमे २०० से ज्यादा लोग टमाटर की तरह फटकर  मारे गए।  mp  में बीजेपी आरएसएस की सत्ता है उस मसले को आरएसएस ने दबाया !

 देश भर में आरएसएस बम  ब्लास्ट कर रही है। 

भारत में एक भी राजनैतिक दल  इन विदेशी ब्राम्हणो को आतंकवादी तक कहने को डरता है।