जन उदय : वैसे तो भारत की
जय बोलना
ये संघियो का चुनावी स्टंट था और इनको लगता था ये लेकिन इनको ये लगता था
की ये लोग जो खुद एक नम्बर के देशद्रोही है और अपने निजी फायदेके लिए कभी
अंग्रेजो की चमचागिरी करते थे , कभी मुघलो की
चमचा गिरी करते थे , इस देश को बर्बाद करने में ये सबसे आगे रहे
दंगे करवाने में इनकी पी एच डी है लेकिन इस बार भारत
के लोगो ने इनकी नस को पकड़ लिया और इनसे पूछ ही लिया ये इनकी भारत माता कौनसी भारत
माता है जो भगवा झंडा लिए कड़ी है
फिर ये जाति की ब्राह्मण , संस्कृत बोलने वाली ही
क्यों है ??
खैर इस पर बहस हुई
और इन संघियो की पोल खुल गई लेकिन इस बहस के दौरान एक बात पर और बहस
हो जाने चाहिए की ये भारत माता है या पिता
?? क्योकि भारत
तो नाम पुरुष है तो वह माता कैसे
हो गई