जन उदय : भारत सोने की चिड़िया था और विश्व गुरु
भी था लेकिन इसमें ब्राह्मणों का कोई योगदान नहीं था क्योकि नालंदा और तक्षशीला
जैसे संस्थान बौध लोग चलाते थे और पुरे इतिहास मे ब्राह्मणों ने ऐसा कोई काम नहीं
किया जिसको भारत बड़े गर्व से दुनिया के सामने कह सके
युग बदलते गए अंग्रेज भी आ गए उन्होंने जी भर
के भारत को लूटा , लेकिन बावजूद इसके भारत में इतनी सम्पदा है
इतना धन है जो कभी खत्म होने वाला नहीं सो अंग्रेजो के जाने के बाद काले अंग्रेज
यानी ब्राह्मण बनिए सत्ता में आ गए और इन्होने देश को फिर से लूटना चालु कर दिया
लेकिन ये जो लूट इ ब्राह्मण बनियों ने शुरू की
आज भी लोकतंत्र के नाम पर चालू है इसका एक उधाह्र्ण लेते है की किसी भी संसद
क्षेत्र में स्कूल कोलेज , डिस्पेंसरी , अस्पताल ,
सडक
, बिजली किस्त्ने दिन में दी जा सकती है ?? तो आप यही
कहेंगे इन सबका निर्माण हद से हद दस साल में हो जाएगा लेकिन इस देश में नहीं हो
पाया , कारण ?? ब्राह्मण बनिए और अन्य स्वर्ण जिन्होंने विकास
का पैसा सारा खा लिया और इसे नाम दिया भ्रस्ताचार यानी कितने बड़े अपराध को मात्र
भ्रष्टाचार कह कर बड़ा ही मामूली बना दिया गया
देश के विकास का पैसा , गरीबो का पैसा
इन ब्राह्मण बनियों ने खा लिया , गरीबो के लिए आरक्षण की वाव्स्य्था भी
की गई लेकिन बावजूद इसके ७९ % पर सिर्फ ब्राह्मण जैम कर बैठा है आज भी ये दुसरे
सवर्णों को आरक्षण के नाम पर बेवकूफ बना रहा है लेकिन असलियत में ये ब्राह्मण बनिए
सबका हिस्सा खा गये
ये देश के सबसे बड़े गद्दार साबित हुए है कमाल
की बात यह है की ये लोग आज भी हर तरीके से कोशिस कर रहे है की सारा हिस्सा सत्ता
ये ही खा जाए इन लोगो ने देश में आतंक , दनगा , तनाव का माहौल
बनाया हुआ है , अगर ये लोग देश से हट जाए और देश के लोग सही
ढंग से काम करे तो हम बड़ी ही जल्दी दुनिया के बाकी देशो से आगे निकल जाएंगे लेकिन
हमें इन विदेशी ब्राह्मणों को देश से निकालना ही होगा