जन उदय : अगर आप ब्राह्मणों का इतिहास देखे तो ये बात वैज्ञानिक रूप
से साबित है की ब्राह्मण इस देश में विदेशी हमलावर है और इन्होने इस देश के साथ जितनी गद्दारी ,
मक्कारी और देशद्रोह किया है इतना बड़ा उधाह्र्ण
पूरी दुनिया में कही नहीं मिलेगा
इन लोगो ने धोखे से
सत्ता अपना कर इस देश के
मूलनिवासियो को सामाजिक , शेक्षिक और आर्थिक रूप से वंचित कर दिया और इस व
जह से ये लोग शारीरिक और मानसिक
रूप से भी गुलाम हो गए ,
लेकिन सत्ता के बदलते क्रम में जब इस देश में मुस्लिम शासक आये तो ये लोग मुस्लिम लोगो के साथ हो गए और
सत्ता में बने रहे , मुस्लिम से अपनी जान बचाने के लिए मुस्लिम राजाओं से अपनी बहन
बेटियो की शादी की और उसके बदले में अपने प्राण पाए . यह कहा जाता है की मुस्लिम राजा गैर
मुस्लिम लोगो पर जजिया कर लगाते थे ,
लेकिन कमाल की बात है इन ब्राह्मणों पर
कोई टैक्स या कर नहीं लगता था
इसके बाद अंग्रेज आये तो ये लोग अंग्रेजो के साथ भी हो गए उनके हर काम
में उनके साथ रहे , बल्कि ऐसा हुआ की ४०
करोड़ की आबादी के इस देश को चलाने के लिए
ब्राह्मण शक्ति पूरी तरह से
अंग्रेजो के साथ थे , बल्कि तिलक , सावरकर , गोविलकर , हेडगवार , जैसे लोग अंग्रेजो के साथ थे
अब आजादी के बाद सत्ता पूर्ण
रूप से ब्राह्मणों के हाथ आ गई है
ये लोग अपनी आदत के अनुसार फिर इस देश से
गद्दारी में लगे है यहाँ तक की ये
लोग अपना वर्चस्व फैलाने के लिए अब ने ने
प्रपंच रच रहे है कभी लव जिहाद , कभी गोमांस , कभी राष्ट्रवाद , दरअसल
ये लोग पुरे देश के लोगो को हिन्दू नाम से भ्रम में रखना चाहते है ये नहीं
चाहते की जनता को इनकी असलियत पता चले इसलिए ये लोगो को उलझा कर रखना चाहते है
ये वो डरपोक और गद्दार लोग हबी जो हिन्दू नाम का कवच पहने हुए है और देश की ९३ % आबादी को बेवकूफ
बनाए हुए है
इनके आदर्श भी वो लोग है जो डरपोक
गद्दार और देशद्रोही रहे है बाजपाई , सावरकर , राना प्रताप , तिलक आदि