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Monday 21 March 2016

हज सब्सिडी के नाम पर लूटती है सरकार मुसलमानों को


जन उदय : ऐसा कहा जाता है की सरकार मुसलमानों को हज के लिए सुस्ब्सीय देती है यानी जो भी खर्चा हज पर आता है उसका कुछ हिस्सा सरकार वहां करती है
भारत के अतिवादी संघठन  आर एस एस के लोगो का कहना है की ये सब्सिडी खत्म की जाए  या जैसे मुसलमानों को सब्सिडी दी जाती है वैसे ही संघियो को वैष्णो देवी   और अमरनाथ यात्रा के लिए दी जाए

खैर   अब इस सब्सिडी को समझ लिया जाए   हज  वाव्य्स्था सऊदी  अरब और भारत सरकार मिल कर करते है और हर साल एक निश्चित  कोटा होता है जिसमे निश्चित लोगो को ही हज पर भेजा जाता है , इस अहद के तहत भारत से जाने वाले मुसलामानो के लिए प्लेन टिकट  रहने सहने की वाव्य्स्था मेडिकल , इसुरेंस  आदि दोनों सरकार मिल कर करती है  सरकार जो खर्चा  आता है हज पर उस खर्च में लघभग  २० – ३०   प्रतिशत  सब्सिडी हज यात्रिओ को देती है

कुछ लोगो को लगता है की ये काम मुसलमानों के लिए विशेस  रूप से किया जाता है
अब इस वाव्य्स्था को बाजार के अंदाज से समझते है  , पुरे साल खाली रहने वाले  एयर इंडिया के  हवाई  जहाज  हज के मौसम में एकदम व्यस्त हो जाते है , पुरे साल एयर इंडिया की फ्लाइट में बहुत कम लोग जाते है क्योकि इसका किराया बहुत जयादा है  जब की दूसरी प्राइवेट एयर लाइन्स का किराया काफी कम  है  इसके अलावा  होटल  आदि में जो खर्च आता है  अगर किसी दुसरे होटल आदि में रहा जाए तो वह भी बहुत कम खर्च होगा

अब हम मान लेते है की भारत के मुसलमानों को यह सब्सिडी खत्म कर दी जाए और और मुसलमान अपने आप हज जाए या किसी ट्रेवल एजेंसी के जरिये जाय , आप यकीन नहीं मानेंगे अगर यह काम किसी प्राइवेट कम्पनी के हाथ में आ जाए तो तो न सिर्फ वह कम्पनी आज से यानी सब्सिडी  वाले पैसे से मुसलमानों को कम खर्च में हज यात्रा  करा देगी  बल्कि  खुद करोड़ो  रुपया काम लेगी


लेकिन मुसलमानों  को यह समझ  नहीं  आ रहा है  क्योकि इस लूट में मुसलमानों के कुछ  नुमाइंदे   भी शामिल है  जो मुसलमानों की आँख पर पट्टी  बाँध कर रखते है