जन उदय : आर टी आई के
खुलासे से परेशान सभी सरकारे रही है , लेकिन पूर्व सरकार के भ्रस्ताचार और मोदी के
मंत्रियो के भ्रष्टाचार अब दोनों मिला कर
आर टी आई में सामने आ रहे है , और मोदी विरोधी
मीडिया जैम आकर फायदा उठा रहा है , वही दूसरी तरफ एक सकारत्मक काम यह हो
रहा है की मोदी सरकार की पोल खोलने के
चक्कर में सभी भ्रष्टाचार सामने आ रहे है
इस बात से परेशान मोदी सरकार ने ऐसा लगता है की सभी मंत्रालयों
को ये कह दिया है की ऐसी किसी भी आर टी आई का जवाब न दिया जाए जो सरकार विरोधी चली
जाए
ऐसा हम इसलिए कह रहे है की हमारे अखबार ने जब सामाजिक सामाजिक न्याय और शास्क्तिकर्ण मंत्रालय में यह
जाने के लिए आर टी आई लगाईं की एस सी एस
टी छात्रो को परीक्षा की तय्यारी कराने वाले एन जी ओ को कितना फंड दिया गया है और
कितने लोगो को इससे से फायदा हुआ तो सरकार
को ये मालूम ही नहीं की इस पैसे से क्या हुआ है , सो सरकार ने जवाब देना ही उचित
ही नहीं समझा
इसके अलावा हमारी जांच में ये भी पता चला की क लगभग बहुत
सारे एन जी ओ एस सी एस टी विकास के नाम पर
उनको परीक्षा की तय्यारी कराने के नाम पर
जम कर सरकारी खजाने को लूट रहे है सो जन उदय अखबार ने सम्बन्धित अधिकारिओ को
सूचित किया और शिकायत दर्ज कराई लेकिन इस
शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई , जब कई महीनो बाद हमने ये जानने की कोशिश की कि
कार्यवाही क्यों नहीं हुई तो इस बात को भी
दबा दिया गया और बाकायदा
आर टी आई तक का जवाब नहीं दिया गया
एस सी एस टी के विकास के लिए बहुत साड़ी योजान्ये कागज पर आती है लेकिन इसका फायदा सभी स्वर्ण लूटेरे ले जाते है और एस सी एस टी देखते रह जाते है
कमाल की बात यह की किसी भी
शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं होती और न ही सुचना के लिए कोई जवाब दिया जाता