जन उदय : रोहित वेमुला की संस्थानिक हत्या , गोमांस के नाम पर कत्ल , जे एन यु षड्यंत्र और भारत माता
की जय आय दिन देश में अशांति का माहोल बना हुआ है , गरीबो की बस्तिया जलाई जा रही है ऐसा ल्ग्यता है देश में जंगल राज आ गया है
इंडियन एक्सप्रेस अखबार की
खबर के अनुसार ऐसे पत्रकारों को
दबाया जा रहा है या प्रताड़ित किया जा रहा
है जो सरकार के खिलाफ बोलते है या आदिवासिओ
के पक्ष में बोलते है
खबर आ रही है की दांतेवाडा
में प्रभात सिंह नाम के पत्रकार को सिर्फ इसलिए जेल में दाल दिया गया है क्योकि
उसने एक बड़े पुलिस अफसर के खिलाफ एक मेसेज अपने वह्ट्स अप ग्रुप में भेज दिया था की
यहाँ पर पत्रकारों की सुरक्षा नहीं है केवल वही पत्रकार सुरक्षित है जिन्हें बड़े
आकाओं का समर्थन प्राप्त है
पत्रकार को रिमांड पर भी लिया गया है , और पूछताछ जारी है
इसके अलावा संतोष यादव और सोमारू नाग
नाम के दो और पत्रकारों को भी गिरफ्तार किया गया है , इन पर इल्जाम है
की इन्होने नक्सल की मदद की है
ये गिरफ्तारियो
छातीश्गढ़ मध्य प्रदेश में कोई नहीं नहीं
है बल्कि इस तरह की झूटी गिरफ्तारी आम बात है , हाल ही में एक रिपोर्ट भी आई है
छातिश्गढ़ और मध्य प्रदेश में किस तरह आदिवासिओ की हत्या , बलात्कार करते है ..
इसके अलावा यह भी एक बात
पत्रकारों को ध्यान रखनी होगी की वो अपने सीमा न लांघे लेकिन सच के लिखने के लिए घबराए नहीं