जन उदय : पुरे
षड्यंत्र रचा ए बी वी पी ने हैदराबाद में
छात्रो को गिरफ्तार करवाने के लिए पुलिस ने दिया षड्यंत्र में सहयोग
जेल में करीब एक
हफ्ता गुजारने के बाद जमानत पर बाहर आए हैदराबाद यूनिवर्सिटी के 24 स्टूडेंट्स और दो टीचरों ने आरोप लगाया कि
उन्हें कथित तौर पर पुलिस की हिरासत में मारा-पीटा गया और धमकी दी गई। इन छात्रों
को परिसर में 22 मार्च की हिंसा
के सिलसिले में जमानत प्रदान की गई है। हिंसा के दौरान कुलपति के सरकारी आवास में
भी तोड़फोड़ की गई थी।
हैदराबाद
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर तथागत सेन गुप्ता ने कहा कि मैंने खुद सुना कि पुलिस ने
लड़की के साथ बलात्कार की धमकी दी। पुलिस ने हमें कहा कि अगले 24 घंटे के लिए हमारे मानवाधिकार खत्म हो गए
हैं। पुलिस ने छात्रो समेत टीचर्स को भी बेरहमी से पीटा
यह बात एकदम
ध्यान रखने की है की हैदराबाद विश्विध्य्ल्या में पुलिस टार्चर को ठीक उसी तरह
अंजाम दिया गया जिस तरह दिल्ली के जे एन यु और पुणे में षड्यंत्र रचा गया
इस वक्त संघ
सरकार की बस एक ही वरीयता है की जितने भी दलित और बी जे पी विरोधी संघठन है उनको
वर्वाद करना या डराना , यह बात भी ध्यान
रखने की है की मोदी खुद षड्यंत्र और हिंसा
में विशवास रखने वाला ब्यक्ति है यह वह
व्यक्ति है जो ताकत पास होने पर अपने आपको शेर समझने लगता है और कमजोर होने पर
दुबक कर बैठ जाते है
हैदराबाद के
छात्रो के मसले में एक बात विशेष रूप से सामने आ रही है की इसमें पुलिस बाखूबी अपना रोल निभा रही है यानी संघी सरकार
के साथ है , कई छात्रो और छात्राओं ने कहा है की पुलिस लगातार इनको गन्दी गन्दी गालिया दे रही थी
इनको कही जगह शिफ्ट किया गया और मारपीट की गई