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Saturday 23 April 2016

जानिये क्या है जातिवादियो का षड्यंत्र जिसके तहत नहीं मिलता सेना में जाति आधारित आरक्षण : जाति के नाम पर रजिमेंट क्यों ??


जन उदय : भारत के जातिवादी लोग आरक्षण का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं करते की इसके आधार पर सदीओ से पिछड़े लोग आगे आ जाएंये , बल्कि इसलिए करते है की  अगर ये पिछड़े लोग आगे बढ़ गए , पढ़ लिख गए  तो  इन ब्राह्मणवादीओ के सारे झूठे ग्रन्थ , भगवान् की पोल खोल देंगे , पुरे दुनिया अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे और सबसे बड़ा डर यह की ये दलित पीड़ित लोग अपने उपर हुए हर जुल्म का बदला लेंगे , इसलिए यह जातिवादी लोग हमेशा घबराए रहते है और इनकी घबराहट आरक्षण के विरोध  में साफ़ झलती है , , इन्हें दरअसल डर है  और इनके सभी काम इसी डर और भय के आधार पर होते है

जैसे इन्हें कोई चिंता नहीं की आरक्षण के आधार पर क्लर्क , चपरासी , की नौकरी दलितों को मिल जाए  लेकिन ये नहीं चाहते की आरक्षण के आधार पर दलितों को शिक्षा  मेडिकल , इंजीनियरिंग , विज्ञान  और रिसर्च में नहीं अनाए देना चाहते . और हुआ भी यही है आरक्षण का रोना जितना मर्जी रोते रहे लेकिन इन क्षेत्रो में दलितों का प्रतिशत बहुत ही कम है या कहे न के बारबार है , हर जगह ब्राह्मण , बनिए घुसे है  और यही कारण है की देश अब बरबादी के कगार पर पहुच गया है  पूरी दुनिया में भारत की थू थू  हो रही है लेकिन इन बेशर्मो को कोई फर्क नहीं पढ़ता



जातिवादियो में एक बहुत  बढ़ा डर इस बात का है की इनसे दलित बदला लेगा  सो इन लोगो ने सेना में आरक्षण के लिए मना कर दिया यह कह कर की ये देश की सुरक्षा का सवाल है  , बिलकुल सही देश की सुरक्षा के नाम पर इस जातिवादी सेना ने क्या किया है  ?? हर जगह पीटने का इनका रिकॉर्ड है , हाँ कश्मीर , और आदिवासी क्षेत्र जहा पर गरीब लोग रहते है निहत्थे  रहते है उनकी हत्या  बलात्कार के अच्छे रिकॉर्ड है  और यह हम नहीं कहते दुनिया के मानवधिकार सन्घठन कहते है
इसके अलावा जब  सेना में आरक्षण है ही नहीं तो  नौकरी के प्राथना पत्र में जाति क्यों  पूछी जाती है ??  इस बात का इनके पास कोई जवाब नहीं , होगा भी नहीं क्योकि ये सब एक षड्यंत्र के तहत है यानी दलित को नहीं आने देना ताकि   भविष्य में अगर कुछ हो जाए  जैसे गृह युद्ध तो दलित सेना में नहि  होंगे तो   सेना दलितों का संहार बड़ी आसानी से कर सकेगी

इसके अलावा जाति के नाम पर  सेना में रजिमेंट है मराठा , जाट , सिख  आदि  तो ये सब क्यों ?? अगर आप इमानदार है और देशभक्त है तो कम से कम देश की सेना में ये जातिवादी दृष्टिकोण नहीं होना चाहिए