जब से कन्हिया देश द्रोह के
झूठे आरोप में जमानत
पर जेल से बाहर आया है और आकर उसने
जे एन यु कैंपस में भाषण दिया है उस दिन से
भाजपा के गुर्गे कभी उसकी जबान काट रहे है कोई उसको मारने के लिए फरमान जारी कर रहा है तो कोई उसे देश से
निकालने की बात कर रहा है , कमाल की बात
यह है की ये सब गुंडे जो ये आदेश जारी कर रहे है सब टीवी चैनल
पर बैठ कर ऐसे बाते
कर रहे है मानो बहुत बड़े देशभक्त हो और देश का बहुत बड़ा कार्य कर रहे हो
सबसे बड़े कमाल की बात
देशभक्ति का राग अलापने वाले चैनल जो आजकल देस्भ्क्तो के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर काम कर रहे है ये भी ऐसे आतंकी देशभक्तों को प्रोत्साहन दे रहे है ,
और सबसे बड़े कमाल की बात की सरेआम
धमकिया देने वाले गुंडों को पुलिस कुछ कह नहीं रही है
चाहे अह्लात कुछ भी हो
लेकिन एक बात इस समय कन्हिया को ये बात ध्यान रखनी चाहिए की उसकी लड़ाई रोहित वेमुला की संस्थानिक हत्या के साथ
शुरू हुई थी और संघियो का सबसे बड़ा काम था की पुरे देश का ध्यान रोहित वेमुला से
हटा कर जे एन यु पर ले आये हलांकि संघी
अपने स मकसद में कुछ कामयाब भी हुए लेकिन घूम कर
कहानी उसी मोड़ क पर आ गई है की रोहित वेमुला की हत्या की जवाबदेही कौन देगा
अब बार बार भाजपा / संघी
देश का ध्यान रोहित से हटाने के लिए
कन्हिया के बयानों को सामने ला रहे
है ऐसे में कन्हिया को चाहिए की वो संघी
/ भाजपा या उसके गुर्गो द्वारा दिए गए ब्यान से परे रहे है और साथ के साथ ही कोई
अन्य बयानबाजी न करे और रोहित वेमुला की
संस्थानिक हत्या पर केन्द्रित रहे ताकि
रोहित एक्ट बन सके और इस लड़ाई को जीता जा
सके