कौन सी भारतीय संस्कृति सिखाना
चाहते है रवि शंकर ,दंगे जातिवाद ??
दिल्ली में यमुना नदी पर होने
वाला श्री श्री रवि शंकर का संस्कृति
महोत्सव न सिर्फ यमुना के लिए बर्बादी बन कर सामने आया है लेकिन अभी तक ये भी पता
नहीं चल रहा है की इतना पैसा खर्च कर के
वो विदेशी लोगो को भारत की कौनसी संस्कृति
सिखाना चाहते है
गौर तलब है रवि शंकर का साथ
देने वाले लोग वो है जिन्होंने जे एन यु में सत्ता का पूरा दुरउपयोग करके नकली
विडियो बनाया और पुरे देश में अशांति का
माहोल बना दिया , इससे पहले हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में पुरे षड्यंत्र के
साथ दलित छात्रो को पहले होस्टल से निकाला गया और फिर उन्हें आत्महत्या के लिए
मजबूर किया गया , दलितों ने इसे संस्थानिक
हत्या का नाम दिया है
देश के अंदर एक बहुत बड़ी
आबादी का विकास सिर्फ इसलिए नहीं हो पाया क्योकि जातिवाद के कारण उनको न तो सिर्फ
सुविधा दी जाति है और न ही अवसर दिए जाते है
देश के अंदर होने वाले दंगे
, जातिवादी हत्याए बहुत आम बात है तो क्या रवि शंकर ये संस्कृति
पूरी दुनिया को सिखाने वाले है , अगर रवि शंकर को भारतीय संस्कृति पर इतना ही गर्व
है तो वो एक बार खुल कर लोगो के साथ संवाद क्यों नहीं करते संस्कृति पर हो सकता है
लोगो से गलती हो रही हो
किसी को ये समझ में नहीं
आता की मानवता को शर्मसार करने वाली संस्कृति को कौन पसंद करेगा