खुद ना जाने कितनी महिलाओं का जबरन बलात्कार करता रहा है इस बात का अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता क्योकि इन अपराधो को लोक लाज के डर से सबके सामने ही नहीं लाया जा सका
हालांकि आशाराम जेल में बंद है लेकिन वहा से भी उसकी विरासत काम कर रही है और वह जेल में भी एश ओ आराम की जिन्दगी जी रहा है
आशाराम के चरित्र के बारे में एक बेहद चोंकाने वाला खुलासा हुआ है वह यही की आशाराम के केस में जो गवाह थे उनकी अचानक जो हत्याए हो रही थी , उन हत्याओं को अंजाम देने वाला शार्प शूटर पुलिस की गिरफ्त में आ गया है
पुलिस की मानें तो आसाराम के खिलाफ गवाही देने वालों को मौत के घाट उतारने वाले शार्पशूटर ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आया आरोपी शार्पशूटर कार्तिक खुद को आसाराम का फिदायीन बता रहा है।
पुलिस के मुताबिक उसने कबूल किया है कि आसाराम ने उसे अपनी पसंद की साधिका चुनने का आशीर्वाद दिया था यानी आशाराम के आश्रम में रहने वाली भक्त लडकिया जिन्हें साधिका भी कहा जाता है , आशाराम इस शार्प शूटर के काम के बदले उन लडकियो को दे रहा था , इनाम भी कहा जा सकता है इसे
गुजरात एटीएस ने रायपुर से इसको गिरफ्तार किया। जब उससे पूछताछ की गई तो वो कई राज खुलने लगे। पुलिस की मानें तो उसने हमले की बात आसाराम को बताई थी।
आरोपी शार्पशूटर का नाम कार्तिक है के मुताबिक जब उसने गवाहों पर हमले किए तो आसाराम बेहद खुश हो गया। एक समय पर आसाराम के बेहद करीबी रहे राजू चांडक पर जब कार्तिक ने हमला किया तो ये खबर आसाराम तक पहुंची थी। आरोप है कि कार्तिक ने राजू पर अहमदाबाद में गोली चलाई थी। तब से लेकर ये मामला खुल नहीं रहा था। अन्य सूत्रों के जरिये यह भी पता चला है की आशाराम अपने कार्य करवाने के लिए कई लोगो को यह स्वतंत्रता देता था की अपनी पसंद की साधिका चुन ले या ये लडकिया बाहर से भी उपलब्ध करवा दी जाती थी यानी आशाराम अपने काम करवाने के लिए लडकिया भी सप्लाई करता था