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Thursday 4 May 2017

बच्चे की चाह रखने वाले आई वी ऍफ़ केन्द्रों से सावधान

जन उदय : वो जमाने लद गए जब लोग बच्चा  न पैदा होने पर इसे भगवान् की मर्जी समझ लेते  थे  और अपनी  सारी  जिन्दगी बिना औलाद के ही काट लेते थे , अब लोगो  का नजरिया  बदला गया है  साथ में विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि   बच्चा  न होने की स्थिथि में भी आप बच्चा  पैदा कर सकते है , इस वैज्ञानिक  वाव्य्स्था को टेस्ट ट्यूब  बेबी  और आई वी ऍफ़ कहते है

सबसे पहले जान लेते है की आई वी ऍफ़ की प्रक्रिया क्या है ?/  अगर किसी  स्त्री  ,पुरुष जो बच्चा  पैदा करने में सक्षम  नहीं है जिसमे उम्र  और शरीर को भी शामिल किया जाता है वो लोग आई वी ऍफ़  सेंटर  जाते है जहा पर स्त्री  और पुरुष  यानी पति  पत्नी  दोनों के अंडे  लिए जाते है और  इन अन्डो  को निषेचन  कर वापिस  स्त्री  योनी में स्थापित  किया जाता है इसे  पश्चात  आपको बच्चे  की प्राप्ति  हो जाती है . अगर पति  या पत्नी  दोनों में से किसी  कम  भी अंडे  काम नहीं करते  वैसी  हालत में   बाहर से किसी  दुसरे स्त्री  पुरुष के अंडे  ले जाते है  और सन्तान की प्राप्ति हो जाती है  और यही कारण  है की भारत में आई वी ऍफ़ का उद्योग  लगभग १ लाख करोड़  सलाना  से उपर का है ,लेकिन  इस प्रक्रिया के काफी खतरे है  जो आम आदमी नहीं जानते 

आइये   इन खतरों को समझ लेते है  सबसे पहले  यह बात की भारत में आई वी ऍफ़ के उपर  सरकार या मेडिकल  कौंसिल  ऑफ़ इंडिया की  कोई भी गाइड लाइन  नहीं है  यानी आप मेडिकल के बारे में जानते है और आपने सिम्पली  एम् बी बी  एस किया हुआ है  तो आप आई वी ऍफ़ सेंटर  खोल सकते है , सरकारी  नियम अनुसार  एक आई वी ऍफ़ क्लिनिक  में किस  तरह के उपकरण  होंगे  या मशीन  होंगी  ऐसा कुछ भी नहीं है , इसके सम्बन्धित  सरकार के पास कोई कानून भी नहीं है  और इन्ही कम्जोरियो  का लाभ उठा कर देश में आई वी ऍफ़ क्लिनिक  लगातार बढ़ते  जा रहे है  कोई भी डॉक्टर कही  भी क्लिनिक  खोल कर बैठा  है

इसमें सबसे घबराहट  पैदा करने वाली बात यह है की अगर आपने यानी पति पत्नी  ने जो अंडे  दिए  है क्या सच में  उन्ही अन्डो  का निषेचन  किया गया है ?? या डॉक्टर  ने पैसे  कमाने के लिए अंडे बदल दिए  है

दुसरा इसमें सबसे बड़ा  खतरा यह है  की अगर पति  या पत्नी में से किसी  के भी अंडे काम नहीं कर रही है और वो जोड़ा  बाहर किसी से अंदर अंडे लेता है तो  इस बात की क्या गारंटी  है की जिसके अंडे लिए गए है उसको कोई भी आनुवांशिक  बिमारी  नहीं है  उसकी मानसिक   स्वास्थ  बिलकुल ठीक   था  उसका बुधि स्तर  ठीक था  उसका रंग  कैसा  है यह बहुत ही महत्वपूर्ण बाते है जिसको ध्यान में तो रखना ही होता है  बल्कि   इन सब बातो  की पुष्टि  कैसे हो यह ध्यान में रखना  जरूरी है 

हालांकि  विज्ञान में एक और साहयता प्राप्त है वह है डी एन ए  टेस्ट की यानी आप इस टेस्ट के माध्यम से पता कर सकते है की पैदा  होने वाला  बच्चा  आपका  है या नहीं ??
लेकिन सबसे बड़ी बात  इस सम्बन्ध में  विशेस  कानून का न होना   जिसकी वजह से  यह भी खतरा हो सकता है की कही आई वी ऍफ़ की मदद से पैदा होने वाला बच्चा  लड़का  है या लड़की  इसकी  भी  पहचान हो सकती है  और लड़के  की उम्मीद  लगाए  परिवार  लड़की  की भ्रूण  हत्या भी आसानी से कर  सकते है जिसको मेडिकल  एक्सीडेंट  का भी नाम दिया जा सकता है  डॉक्टर   इसकी एक बड़ी  रकम  वसूल सकता है ..

और सबसे बड़ी  बात इस पेशे के लिए  कोई भी विशेष  ट्रेनिंग  भी  होनी चाहिए केवल  एम् बी बी एस डिग्री  के होने से काम नहीं चलना चाहिए  क्योकि  देश में चलने वाले  आई  वी ऍफ़ सेंटर  कोई  आई सर्जन  चला रहा है  , कोई ई एन टी    कोई किडनी स्पेशलिस्ट  ऐसा लगता है  सब लोग  आई वी  ऍफ़  में इसलिए आ गए क्योकि इसमें पैसा बहुत  ज्यादा है  , इसके अलावा सरकार को  कुछ कानून बनाने ही होंगे



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