जन उदय : वैसे तो सब जानते
है की मोदी अपने भाषणों की वजह से सबसे जयादा मशहूर हुआ इसमें दो वजह मुख्य है एक
तो यह की मोदी के पास भाषण देने की कला है
क्योकि मोदी भाषण देते वक्त लोगो को अपने
भाषण पर केन्द्रित करने की क्षमता रखते है
,
दुसरा कारण यह है की मोदी के भाषण में कोई तुक नहीं होता यानी मोदी के भाषणों की
पड़ताल शुरू कर दी जाए तो उसमे सिवाय सिर्फ बेवकूफी के कुछ नहीं मिलेगा ,, झूट के
अलावा कुछ नहीं मिलेगा
जहा तक बात रही की मोदी
अपने भाषणों में लोगो के ध्यान को आकर्षित
कर लेता है , तो यह किसी भी नेता के लिए बहुत जरूरी है , लेकिन मोदी का
स्टाइल अलग है वह भी एकदम मदारियो वाला
ऐसा लगता है जैसे कोई मदारी कोई खेल
दिखाने वाला है
मोदी के भाषणों में एक बात
यह बिलकुल साफ़ टूर पर देखि गई है की मोदी
उन बातो का इतिहास के पन्नो को छेड़
देते है जिसके बारे में इन्हें ज़रा
भी ज्ञान नहीं जैसे अभी फिलहाल एक भाषण
में कहा की भगत सिंह ने काला पानी में काफी वक्त बिताया , ये बात बड़े शर्म की है
की प्रधान मंत्री को अपने ही देश
के शहीदों के बारे में कुछ भी ज्ञान नहीं ,
क्योकि भगत सिंह कभी भी काला पानी नहीं गए
इसके आलावा मोदी का स्टाइल , भाषण खुद एक प्रधान मंत्री की गरिमा को गिराते
है जोर जोर से चिल्लाना , फिर लगातार झूट बोलना ,
असाम में गए तो कहने लगे मै असाम से ही हूँ , बिहार का चुनाव आये तो बताओ
कितना पैकेज दे दू , ब्रुसेल गए तो मै
तो ब्रुसेल का ही रहने वाला हु
मोदी देश के उन हर मुद्दों पर
बोलते है जो जनता से सम्बन्धित नहीं होते
देश में रोहित वेमुला , डेल्टा
और हजारो आदिवासिओ की हत्याए बलात्कार , महंगाई , बेरोजगारी , दंगे जैसी
समस्या से जैसे मोदी का कोई लेना देना
नहीं है मोदी की पार्टी के नेता आय दिन दंगा
फसाद करवा रहे है या करवाने की फिराक में
है , भाजपा की अम्मा पार्टी संघ के संचालक
मोहन भागवत खुद आय दिन बिना सर पैर की
बाते करते है लेकिन मोदी ने प्रधानमंत्री होने का उत्तर दाय्तिव कभी नहीं निभाया और अपनी पार्टी के लोगो को समझया
कुल मिला कर हम कह
सकते है मोदी इस देश का सबसे जयादा
टुच्चा प्रधान मंत्री है